Adani Group के अधिग्रहण के बाद कांग्रेस ने दसवीं कंपनियों के क्लेम सेटलमेंट पर सवाल उठाया

jairam-ramesh

नई दिल्ली/टीम डिजिटल:
कांग्रेस ने बुधवार को अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ द्वारा कथित तौर पर जारी किए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को वित्तीय रूप से संकटग्रस्त दस कंपनियों से लगभग 62,000 करोड़ रुपये के “क्लेम सेटल (दावों के निस्तारण)” करने थे, लेकिन अदाणी समूह द्वारा इन कंपनियों को अधिग्रहण करने

10 कंपनियों में 96 प्रतिशत से 42 प्रतिशत तक की कटौती

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संघ द्वारा कथित रूप से साझा किए गए एक रिपोर्ट को साझा किया, जिसमें 10 कंपनियों को 96 प्रतिशत से 42 प्रतिशत तक के “हेयरकट” दिए गए।

उन्होंने कहा, “अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ ने सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के माध्यम से खुलासा किया है कि कैसे सार्वजनिक क्षेत्र को बैंकों के आर्थिक रूप से तनावग्रस्त 10 कंपनियों से लगभग 62,000 करोड़ रुपए के क्लेम सेटल करने थे, लेकिन नॉन-बायोलॉजिकल प्रधानमंत्री के पसंदीदा कारोबारी समूह द्वारा इन कंपनियों के अधिग्रहण:”

रमेश ने कहा, ‘‘अर्थव्यवस्था की रंगीन भाषा में कहें तो यह बैंकों द्वारा लिया गया 74 प्रतिशत ‘हेयरकट’ है।’’कांग्रेस अदाणी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाते हैं। आरोपों को अदाणी समूह ने झूठा बताकर खारिज कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि वह सभी कानूनों का पालन करता है।

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