नई दिल्ली/टीम डिजिटल 2024 की हरतालिका तीज, तृतीया तिथि, 5 सितंबर को दोपहर 12.21 बजे शुरू होगी और 6 सितंबर को दोपहर 3.01 बजे समाप्त होगी। हस्त नक्षत्र और चित्रा नक्षत्र हरतालिका तीज पर रवि योग और शुक्ल योग का संयोग बन रहे हैं। जो बहुत लाभदायक माना जाता है। इस दिन सुहागिन महिलाएं माता पार्वती और भगवान शिव को निर्जला व्रत रखकर पूजा करती हैं। ऐसे में हरतालिका तीज 6 सितंबर शुक्रवार को उदया तिथि के आधार पर मनाई जाएगी।
इस पर्व में कहा जाता है कि मां पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए तीज का व्रत रखा था।इस दिन सभी सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और स्वस्थता के लिए व्रत रखती हैं, और कुवांरी कन्याएं अपने मनचाहा वर पाने के लिए व्रत रखती हैं।
दिन भर में हरतालिका तीज पर पांच बार पूजा-अर्चना की जाती है। मिट्टी से शिवलिंग बनते हैं। तीज के बाद चतुर्थी की सुबह गणेश जी और मां पार्वती की पूजा की जाती है। शिवलिंग को पूजा करने के बाद नदी में फेंक दिया जाता है।